शुक्रवार को हुए ट्रेडिंग सेशन के दौरान, भारत के प्रमुख नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की कंपनी Gensol Engineering Limited के शेयरों ने स्टॉक एक्सचेंजों पर 52-सप्ताह का निचला स्तर छू लिया। कंपनी का शेयर मूल्य 2025 में अब तक 76% से अधिक गिर चुका है। Gensol Engineering सोलर कंसल्टिंग, इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) के साथ-साथ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी समाधानों के व्यवसाय में संलग्न है।

शेयर की कीमत में गिरावट
- BSE पर Gensol Engineering का शेयर 5% के लोअर सर्किट में ₹184.25 पर बंद हुआ, जबकि इसका पिछला क्लोजिंग प्राइस ₹193.90 था।
- 24 जून 2024 को यह शेयर ₹1,125.75 के अपने 52-सप्ताह के उच्च स्तर पर था, जिसकी तुलना में यह अब 84% नीचे कारोबार कर रहा है।
गिरावट के प्रमुख कारण
1. रेटिंग डाउनग्रेड
- मार्च 2025 में CARE Ratings और ICRA ने Gensol Engineering के लोन फैसिलिटी को BB+ (स्टेबल) से ‘CARE D’ रेटिंग पर डाउनग्रेड कर दिया।
- ‘D’ रेटिंग का मतलब है कि कंपनी लोन चुकाने में असमर्थ है।
- ICRA ने यह भी बताया कि Gensol ने अपने डेट सर्विसिंग रिकॉर्ड से संबंधित कुछ दस्तावेजों में हेराफेरी की थी, जिससे कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर सवाल उठे।
2. फंड जुटाने और संपत्ति बेचने की योजना
- रेटिंग डाउनग्रेड के बाद, Gensol Engineering ने ₹400 करोड़ फॉरेन करेंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड्स (FCCB) जारी करने, प्रमोटर्स को ₹200 करोड़ के वारंट जारी करने और ₹315 करोड़ की 2,997 इलेक्ट्रिक वाहनों तथा ₹350 करोड़ की एक सहायक कंपनी को बेचने की योजना की घोषणा की।
3. प्रमुख अधिकारियों का इस्तीफा
- कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) अंकित जैन ने मार्च 2025 में इस्तीफा दे दिया, जिससे निवेशकों के बीच चिंता बढ़ गई।
4. BluSmart Mobility में उथल-पुथल
- Gensol का BluSmart Mobility से गहरा संबंध है, जहां CEO और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के इस्तीफे ने निवेशकों के विश्वास को झटका दिया है।
5. विवादास्पद लीज डील
- Gensol ने 2,997 इलेक्ट्रिक वाहनों को Refex Green Mobility को बेचने और फिर उन्हें लीज पर वापस लेने का समझौता किया है, जो अभी तक Stock Market रेगुलेटरी मंजूरी का इंतजार कर रहा है।
प्रमोटर्स ने बेचे शेयर
- कंपनी के CEO अनमोल सिंह जग्गी ने लगभग 2.15 लाख शेयर ₹533.10 प्रति शेयर की कीमत पर बेचे, जिससे उन्हें ₹11.46 करोड़ की प्राप्ति हुई।
- दिसंबर 2024 तक प्रमोटर्स के 81.7% शेयर प्रतिज्ञित (pledged) थे, जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है।
वित्तीय प्रदर्शन
- Gensol Engineering का राजस्व Q3 FY24 में ₹220 करोड़ से बढ़कर H1 FY25 में ₹345 करोड़ हो गया, जो 57% की वृद्धि दर्शाता है।
- इसी अवधि में शुद्ध लाभ ₹12 करोड़ से बढ़कर ₹18 करोड़ हो गया, जो 50% की वृद्धि है।
- कंपनी का ऑपरेटिंग खर्च 75.2% बढ़कर ₹275 करोड़ हो गया।
मुख्य वित्तीय अनुपात
- रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE): 20.1%
- रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉयड (RoCE): 14.3%
- P/E अनुपात: 8.1 (जबकि उद्योग का P/E 30.9 है)
- डेट-टू-इक्विटी अनुपात: 2.33
निष्कर्ष
Gensol Engineering के शेयर में हालिया गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जिनमें रेटिंग डाउनग्रेड, प्रमोटर्स द्वारा शेयर बेचना और कॉर्पोरेट गवर्नेंस से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। हालांकि, कंपनी ने अपने कर्ज को कम करने और नकदी प्रवाह बढ़ाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। निवेशकों को इस शेयर में निवेश से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और बाजार की स्थितियों पर नजर रखनी चाहिए।
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